■ चीन में फैले कोरोना वायरस (जिसे वुहान वायरस भी कहा जा रहा है) को लेकर अब भारत में भी सतर्कता बरती जाने लगी है
■ ये वायरस की शरुआत न्यूमोनिया से होती है मानो इसे चीनी न्यूमोनिया कहो तो भी शक नही।
सूरतन्यूज: एक रहस्यमय SARS जैसा वायरस पूरे चीन में फैल गया है। इसके अलावा जापान, दक्षिण कोरिया और थाईलैंड समेत तीन अन्य एशियाई देशों में पहुंच गया है। पहली बार वुहान के केंद्रीय शहर में कोरोनावायरस का पता चला। सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (SARS) से जुड़े होने के कारण यह बेहद खतरनाक है। चीन स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि शहर में 136 और नए मामलों की पुष्टि हुई है और शहर में अब तक 198 संक्रमित मरीज सामने आ चुके हैं। सप्ताहांत पर एक और मरीज की मौत के साथ ही मृतकों की संख्या बढ़कर तीन हो गई। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने सोमवार को कहा कि यह बेहद महत्वपूर्ण है कि नए कोरोनावायरस के खिलाफ जंग के लिए हर संभव कदम उठाए जाएं। इस विषाणु से देश में 200 से ज्यादा लोग संक्रमित हैं।
जानिए कोरोना वायरस के बारे में...
अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार, सात अलग-अलग कोरोनावायरस, जिन्हें वैज्ञानिक जानते हैं, लोगों को संक्रमित कर सकते हैं और उन्हें बीमार बना सकते हैं। दुर्लभ मामलों में वे जूनोटिक हैं, जिसका अर्थ होता है इसे जानवरों से मनुष्यों में प्रेषित किया जा सकता है।हालांकि, चीनी वैज्ञानिकों के अनुसार, वर्तमान फैले यह वायरस पहले से पहचाने गए वायरस से अलग हैं। नए कोरोनावायरस के प्रारंभिक लक्षणों में बुखार, खांसी, छाती की जकड़न और सांस की तकलीफें होती हैं। सीडीसी का कहना है कि कमजोर इंम्यून सिस्टम वाले लोगों, बुजुर्गों और बहुत कम उम्र के लोगों पर यह वायरस अटैक कर सकता है। निमोनिया या ब्रोंकाइटिस जैसी सांस की गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है।
कोरोना वायरस कई क़िस्म के होते हैं लेकिन इनमें से छह को ही लोगों को संक्रमित करने के लिए जाना जाता था. मगर नए वायरस का पता लगने के बाद यह संख्या बढ़कर सात हो जाएगी.
नए वायरस के जेनेटिक कोड के विश्लेषण से यह पता चलता है कि यह मानवों को संक्रमित करने की क्षमता रखने वाले अन्य कोरोना वायरस की तुलना में 'सार्स' के अधिक निकटवर्ती है.
सार्स नाम के कोरोना वायरस को काफ़ी ख़तरनाक माना जाता है. सार्स के कारण चीन में साल 2002 में 8,098 लोग संक्रमित हुए थे और उनमें से 774 लोगों की मौत हो गई थी.
■ भारत के हवाई अड्डे हुए एलर्ट।
देश की राजधानी दिल्ली समेत मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरू, हैदराबाद, कोच्चि और कोलकाता हवाईअड्डों पर थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है. चीन और हांगकांग से लौटे यात्रियों की थर्मल जांच की जाएगी. यात्रियों को विमान में चढ़ने से पहले सेल्फ़ रिपोर्टिंग फ़ॉर्म भरना होगा.
नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से जारी निर्देशों के अनुसार देश के सात हवाई अड्डों पर सभी ज़रूरी व्यवस्थाएं की गई हैं. मंत्रालय का कहना है कि वे इन सभी हवाई अड्डों के संपर्क में हैं ताकि स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रक्रिया का पूरी तरह से पालन किया जा सके.इसके साथ ही इन सभी हवाई अड्डों पर उद्घोषणा में भी वायरस को लेकर सूचना दी जा रही है. ख़तरा इसलिए भी अधिक बढ़ गया है क्योंकि ये वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी जा सकता है.
■ कोरोना वायरस के लक्षण
- सिरदर्द
- नाक बहना
- खांसी
- गले में ख़राश
- बुखार
- अस्वस्थता का अहसास होना
- छींक आना, अस्थमा का बिगड़ना
- थकान महसूस करना
- निमोनिया, फेफड़ों में सूजन
कैसे फैलता है ये वायरस :
यह वायरस जानवरों के साथ मानव के संपर्क से फैल सकता है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, वैज्ञानिकों को लगता है कि MERS की शुरुआत ऊंटों से हुई थी। वैज्ञानिकों ने बिल्लियों को दोषी ठहराया था। जब वायरस के मानव-से-मानव संचरण की बात आती है, तो अक्सर ऐसा तब होता है जब कोई व्यक्ति संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आता है। वायरस कितना खतरनाक है। इससे पता चलता है खांसी, छींक या हाथ मिलाना भी जोखिम का कारण बन सकता है। किसी संक्रमित व्यक्ति के छूने और फिर आपके मुंह, नाक या आंखों को छूने से भी वायरस का संक्रमण हो सकता है। लेकिन चीनी मीडिया के अनुसार इस वायरस की शरुआत सी फूड बाजार से हुई थी।
कोरोना से गंभीर बीमारी होने की संभावना
#चिरागवनकर
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